Top 10 Shayari Of Jaun Elia Shahab | Delving into the Timeless Beauty of Jaun Elia's Shayari
जौन एलिया की शायरी उस अनदेखी, अनसुनी और गहराई भरी दुनिया की तस्वीर है। उनके शब्दों में छिपी हर बात, हर भावना और हर सोच को पहचानना मुश्किल होता है। उनकी शायरी में जीवन की भरपूरता, उसकी मायावीता, खोज और समय के बदलते रूपों का रोमांच है। जौन एलिया की शायरी में वह गहराई है जो हर इंसान की भावनाओं को समझने के लिए जरूरी है। उनके शब्दों में छिपी हुई गहराई, उम्र भर तक आपके मन में समा रही रहती है।
1. "ज़माने खराब हैं, दीन में कोई बात नहीं बिकती,
इसलिए मर्द को बेहिसी का नाम देना चाहिए।"
2. "न थी हमारी किस्मत कि विसाल यार होता,
अगर और जीते रहते यही इंतज़ार होता।"
3. "यूं तो साथ लोगों के काम आते हैं बहुत,
लोग कम अक्सर साथी पर यादगार होते हैं।"
4. "देखते हैं हम जब भी अपने जज्बात को,
रूह के कोई जज़्बे पैदा नहीं होते।"
5. "मौत का सवाल ही नहीं होता जब तक,
ये ज़रा सा सवाल कि पैदा होते हैं।"
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6. "काम कोई भी करें जैसे भी करें बिकता,
मेरी मौत पे उनका क्या भरोसा।"
7. "हर शाय को मैंने जिन्दगी से लगाया,
मरने का धंधौरा निकाला चाहिए।"
8. "ऐ मोहब्बत के अस्लियों तूने जो की हो जज्बत में बात,
कह दी है जिन्दगी हमें तेरी राह तक पहुँचने देगी।"
9. "इसलिए तो साक़ी को दिल से गुज़ारेंगे हम,
कि दिल के तमाम ग़ाम जुबां से नहीं निकलते।"
10. "क्यों सता रहा है खुद को जमाना हम से,
बैठा है हम से मगर जमाना हम से नहीं।"
These Shayaris by Jaun Elia in Hindi delve deep into the human psyche, expressing emotions, contemplation, and reflections on life's intricate realities.
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