Gulzar Hindi Shayari Collection | Best Shayari Collection Of Gulzar Sahab
कुछ अलग करना हो तो
भीड़ से हट के चलिए,
भीड़ साहस तो देती हैं
मगर पहचान छिन लेती हैं
~ गुलज़ार साहब
अच्छी किताबें और अच्छे लोग
तुरंत समझ में नहीं आते हैं,
उन्हें पढना पड़ता हैं
~ गुलज़ार साहब
सुनो…
जब कभी देख लुं तुमको
तो मुझे महसूस होता है कि
दुनिया खूबसूरत है
~ गुलज़ार साहब
मैं दिया हूँ
मेरी दुश्मनी तो सिर्फ अँधेरे से हैं
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ हैं
~ गुलज़ार साहब
बहुत अंदर तक जला देती हैं,
वो शिकायते जो बया नहीं होती
~ गुलज़ार साहब
एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद
दूसरा सपना देखने के हौसले का नाम जिंदगी हैं
~ गुलज़ार साहब
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